कान्हा राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय Best Time to Visit Kanha National Park

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय

Best Time to Visit Kanha National Park – भारत के मध्य प्रदेश में स्थित कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (Kanha National Park) को देश के सबसे खूबसूरत और समृद्ध वन्यजीव अभ्यारण्यों में गिना जाता है। यह उद्यान अपने बाघों, हरित जंगलों, और प्राकृतिक सुंदरता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं या वन्यजीव सफारी का अनुभव लेना चाहते हैं, तो कान्हा राष्ट्रीय उद्यान आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है। लेकिन यह समझना जरूरी है कि इसे घूमने का सबसे सही समय कौन सा है, ताकि आपकी यात्रा यादगार और मजेदार हो।

Table of Contents

इस लेख में, हम विस्तार से जानेंगे कि कान्हा राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय कब है, हर मौसम में यहां का अनुभव कैसा होता है, और यात्रा के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।


कान्हा राष्ट्रीय उद्यान: परिचय

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान को 1955 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला और 1973 में इसे “प्रोजेक्ट टाइगर” के अंतर्गत संरक्षित किया गया। यह उद्यान लगभग 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसके चारों ओर बफर जोन है। यह न केवल बाघों का घर है बल्कि बारहसिंगा (स्वैम्प डियर) की दुर्लभ प्रजाति का संरक्षण भी यहीं किया जाता है।


कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में घूमने का सही समय – Best Time to Visit Kanha National Park

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान सालभर नहीं खुला रहता। इसे अक्टूबर से जून तक पर्यटकों के लिए खोला जाता है। हालांकि, यहां का अनुभव हर मौसम में अलग होता है। चलिए इसे मौसम के अनुसार समझते हैं।

1. सर्दियों का मौसम (अक्टूबर से फरवरी)

सर्दियों का समय कान्हा घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।

  • मौसम: इस समय का तापमान 10°C से 25°C के बीच रहता है, जो सफारी के लिए एकदम अनुकूल है। सुबह और शाम ठंडक भरी होती हैं, जबकि दोपहर में हल्की गर्मी रहती है।
  • विशेषताएं:
    • इस मौसम में जानवरों को सुबह-सुबह और देर शाम आसानी से देखा जा सकता है।
    • सर्दियों में जंगल की हरियाली अपनी चरम पर होती है, जो इसे और भी खूबसूरत बनाती है।
    • पक्षी प्रेमियों के लिए यह समय स्वर्ग जैसा है, क्योंकि कई प्रवासी पक्षी इस दौरान यहां आते हैं।

2. गर्मी का मौसम (मार्च से जून)

गर्मी का मौसम भी वन्यजीव दर्शन के लिए अच्छा समय है।

  • मौसम: इस दौरान तापमान 25°C से 42°C के बीच हो सकता है। दिन में गर्मी ज्यादा होती है, लेकिन सुबह और शाम सफारी के लिए समय अनुकूल रहता है।
  • विशेषताएं:
    • गर्मी के कारण जानवर पानी के स्रोतों के पास ज्यादा दिखते हैं।
    • बाघों को देखने की संभावना इस समय सबसे अधिक होती है।
    • हालांकि, गर्मी के कारण सफारी करते समय हल्के कपड़े पहनने और पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने की सलाह दी जाती है।

3. मानसून का मौसम (जुलाई से सितंबर)

मानसून के दौरान कान्हा राष्ट्रीय उद्यान बंद रहता है।

  • मौसम: इस समय भारी बारिश होती है, जिससे जंगल में जाना मुश्किल हो जाता है।
  • विशेषताएं:
    • मानसून के बाद जंगल फिर से हरियाली से भर जाता है।
    • हालांकि, उद्यान इस दौरान पर्यटकों के लिए बंद रहता है, लेकिन बफर जोन में कुछ स्थान खुले हो सकते हैं।

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में सफारी का अनुभव

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में सफारी के लिए दो समय निर्धारित हैं:

  1. सुबह: सूर्योदय से लेकर 11 बजे तक।
  2. शाम: 3 बजे से सूर्यास्त तक।

सफारी करने के लिए जीप सफारी और कैन्टर सफारी का विकल्प उपलब्ध है। आप सफारी की बुकिंग ऑनलाइन या पार्क के गेट पर कर सकते हैं।


कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के प्रमुख आकर्षण

1. बाघ और बारहसिंगा

यह उद्यान बाघों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। इसके अलावा, बारहसिंगा की दुर्लभ प्रजाति को देखना भी एक अनोखा अनुभव है।

2. वनस्पति और हरियाली

कान्हा में साल, बांस, और अन्य कई प्रकार के पेड़-पौधे हैं, जो इसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं।

3. पक्षी दर्शन

यहां लगभग 300 प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए यह एक आदर्श स्थान है।

4. किसली, मुक्की और सरही जोन

यह उद्यान मुख्य रूप से चार जोन में बंटा हुआ है। मुक्की और सरही जोन में वन्यजीव देखने की संभावना अधिक होती है।


कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के लिए सुझाव

  1. सही समय का चुनाव करें:
    • यदि आप वन्यजीव देखने के इच्छुक हैं, तो मार्च से जून का समय चुनें।
    • हरियाली और पक्षियों का आनंद लेना हो तो सर्दियों में जाएं।
  2. अग्रिम बुकिंग करें:
    • सफारी बुकिंग, होटल और अन्य व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित कर लें।
  3. सफारी के दौरान क्या पहनें:
    • हल्के और सूती कपड़े पहनें।
    • बंद जूते और टोपी जरूर लें।
  4. कैमरा और दूरबीन साथ रखें:
    • वन्यजीवों और पक्षियों की खूबसूरती को कैद करने के लिए कैमरा और दूरबीन जरूरी है।
  5. गाइड का साथ लें:
    • गाइड आपके सफारी अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करता है।

कैसे पहुंचे कान्हा राष्ट्रीय उद्यान

  1. हवाई मार्ग:
    • जबलपुर और नागपुर निकटतम हवाई अड्डे हैं।
    • जबलपुर से उद्यान की दूरी लगभग 165 किमी है।
  2. रेल मार्ग:
    • जबलपुर रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी स्टेशन है।
  3. सड़क मार्ग:
    • कान्हा राष्ट्रीय उद्यान सड़क मार्ग से देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के आस-पास के दर्शनीय स्थल

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान घूमने के बाद, आप इसके आसपास मौजूद आकर्षक स्थानों की यात्रा कर सकते हैं। ये स्थान आपकी यात्रा को और भी यादगार बना देंगे।

1. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान

  • दूरी: कान्हा से लगभग 250 किमी।
  • बांधवगढ़ अपनी घनी आबादी वाले बाघों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की गुफाएं और पुरातात्विक स्थल भी आकर्षण का केंद्र हैं।

2. अमरकंटक

  • दूरी: लगभग 160 किमी।
  • यह स्थान नर्मदा और सोन नदियों के उद्गम स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यहां का शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।

3. जबलपुर

  • दूरी: लगभग 165 किमी।
  • जबलपुर का धुआंधार जलप्रपात और भेड़ाघाट संगमरमर की चट्टानों के लिए जाना जाता है।

4. पेंच राष्ट्रीय उद्यान

  • दूरी: लगभग 200 किमी।
  • यह उद्यान रुदयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध पुस्तक जंगल बुक का प्रेरणा स्थल है।

5. खजुराहो

  • दूरी: लगभग 450 किमी।
  • खजुराहो अपने प्राचीन मंदिरों और वास्तुकला के लिए विश्वविख्यात है।

यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाने के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें:

  1. पर्यावरण का सम्मान करें:
    • कचरा जंगल में न फैलाएं।
    • जानवरों को परेशान न करें।
  2. सुरक्षित सफारी करें:
    • सफारी के दौरान गाइड की सलाह मानें।
    • वाहन से बाहर न निकलें।
  3. स्वास्थ्य का ध्यान रखें:
    • गर्मियों में पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखें।
    • बारिश के मौसम में कीड़ों से बचने के लिए रिपेलेंट साथ रखें।
  4. सही समय पर टिकट बुक करें:
    • कान्हा में सफारी के टिकट सीमित होते हैं। इसलिए पहले से बुकिंग करना बेहतर होता है।
  5. स्थानीय संस्कृति का अनुभव लें:
    • स्थानीय जनजातियों के साथ बातचीत करें।
    • उनके कला और शिल्प का आनंद लें।

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान: एक प्राकृतिक खजाना

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान केवल एक यात्रा स्थल नहीं है; यह एक ऐसी जगह है, जहां आप प्रकृति के करीब आ सकते हैं। यहां की हरियाली, विविध वन्यजीव, और प्राकृतिक सुंदरता इसे एक अद्भुत डेस्टिनेशन बनाती है।

कान्हा की यात्रा न केवल आपकी आत्मा को तृप्त करेगी बल्कि आपको पर्यावरण संरक्षण का महत्व भी समझाएगी। चाहे आप अकेले हों, परिवार के साथ हों, या दोस्तों के साथ, यह जगह हर किसी को कुछ न कुछ खास अनुभव देती है।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश शुल्क कितना है?

  • भारतीय पर्यटकों के लिए: ₹250-₹500 प्रति व्यक्ति।
  • विदेशी पर्यटकों के लिए: ₹1500-₹2000 प्रति व्यक्ति।
  • सफारी शुल्क और वाहन शुल्क अलग से लिया जाता है।

2. क्या कान्हा राष्ट्रीय उद्यान बच्चों के लिए उपयुक्त है?

  • हां, यह जगह बच्चों के लिए बहुत रोमांचक है। लेकिन सफारी के दौरान बच्चों की देखभाल जरूरी है।

3. सफारी के लिए कौन सा समय बेहतर है – सुबह या शाम?

  • सुबह का समय जानवरों को देखने के लिए बेहतर माना जाता है, क्योंकि वे इस समय ज्यादा सक्रिय रहते हैं।

4. कान्हा में ठहरने के लिए कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं?

  • कान्हा में कई रिज़ॉर्ट, होटल, और वन विभाग के गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। आप अपने बजट के अनुसार विकल्प चुन सकते हैं।

5. क्या कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में मानसून के दौरान जाना सही है?

  • मानसून के दौरान उद्यान बंद रहता है, इसलिए यह समय उपयुक्त नहीं है।

यात्रा की तैयारी: क्या-क्या लेकर जाएं?

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के दौरान सही तैयारी आपकी यात्रा को आरामदायक और यादगार बना सकती है। यहां कुछ जरूरी चीजें हैं, जिन्हें आपको अपने साथ ले जाना चाहिए:

1. कपड़े और जूते:

  • सफारी के लिए हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें।
  • गर्मियों में हल्के सूती कपड़े और सर्दियों में हल्के गर्म कपड़े रखें।
  • जंगल सफारी के लिए ट्रैकिंग शूज या बंद जूते बेहतर होते हैं।

2. कैमरा और एक्सेसरीज:

  • अपनी यात्रा की खूबसूरत यादें कैद करने के लिए कैमरा जरूर साथ रखें।
  • अतिरिक्त बैटरी और मेमोरी कार्ड ले जाना न भूलें।

3. सूरज और कीड़ों से बचाव:

  • सूरज की तेज धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन, टोपी, और धूप के चश्मे रखें।
  • कीड़ों से बचने के लिए मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे साथ रखें।

4. पानी और स्नैक्स:

  • सफारी के दौरान पर्याप्त पानी और हल्के स्नैक्स साथ रखें।
  • प्लास्टिक कचरा जंगल में न फेंकें।

5. आवश्यक दवाइयां:

  • अपनी नियमित दवाइयां और प्राथमिक उपचार किट साथ ले जाएं।

6. आईडी प्रूफ और टिकट:

  • अपनी पहचान के प्रमाण पत्र और सफारी के टिकट संभालकर रखें।

स्थानीय भोजन और खानपान

मध्य प्रदेश का भोजन अपने खास स्वाद और विविधता के लिए जाना जाता है। कान्हा के पास स्थानीय गांवों और रिज़ॉर्ट्स में आप कई स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद ले सकते हैं।

लोकप्रिय स्थानीय व्यंजन:

  1. दाल बाफला: यह मध्य प्रदेश का पारंपरिक व्यंजन है।
  2. भुट्टे का कीस: मकई से बना यह व्यंजन हल्का और स्वादिष्ट होता है।
  3. पोहे-जलेबी: नाश्ते में इसे जरूर आजमाएं।
  4. देशी चिकन और मटन: कान्हा के पास स्थित गांवों में यह व्यंजन बेहद लोकप्रिय है।

वन्यजीव संरक्षण और आपका योगदान

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान भारत के सबसे महत्वपूर्ण वन्यजीव संरक्षण क्षेत्रों में से एक है। यहां बाघों, बारहसिंगा, और अन्य वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कई कदम उठाए गए हैं। आपकी यात्रा के दौरान आप भी संरक्षण में योगदान दे सकते हैं:

  1. जानवरों को परेशान न करें:
    • सफारी के दौरान जानवरों के करीब जाने या उन्हें खाना खिलाने की कोशिश न करें।
  2. प्राकृतिक वातावरण को सुरक्षित रखें:
    • प्लास्टिक और अन्य कचरा जंगल में न फेंकें।
  3. स्थानीय गाइड्स को सपोर्ट करें:
    • गाइड्स स्थानीय समुदाय के लोग होते हैं। उन्हें रोजगार देकर आप उनकी आजीविका में योगदान कर सकते हैं।
  4. संवेदनशीलता बनाए रखें:
    • जंगल में शांति बनाए रखें। तेज आवाजें जानवरों को डरा सकती हैं।

यात्रा की योजनाओं में क्या शामिल करें?

1. जंगल सफारी:

  • कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की सफारी यात्रा का मुख्य आकर्षण है।
  • जीप सफारी के अलावा, आप कैन्टर सफारी का भी आनंद ले सकते हैं।

2. स्थानीय जनजातियों से मिलना:

  • यहां गोंड और बैगा जनजातियों के लोग रहते हैं। उनकी संस्कृति और परंपराएं बेहद दिलचस्प हैं।
  • स्थानीय हस्तशिल्प और कला का अनुभव लें।

3. वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी:

  • कान्हा का जंगल फोटोग्राफर्स के लिए जन्नत है।
  • सूरज की रोशनी में जंगल का प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों के व्यवहार को कैमरे में कैद करें।

4. प्रकृति में समय बिताना:

  • जंगल के शांत वातावरण में समय बिताकर आप मानसिक शांति और ताजगी का अनुभव करेंगे।

यात्रा के लिए बजट योजना

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा का बजट आपके ठहरने, सफारी, और अन्य गतिविधियों पर निर्भर करता है। यहां एक अनुमानित बजट है:

  1. सफारी का खर्च:
    • जीप सफारी: ₹4500-₹6000 (एक वाहन के लिए, जिसमें 6 लोग बैठ सकते हैं)।
    • कैन्टर सफारी: ₹1500-₹2000 प्रति व्यक्ति।
  2. ठहरने का खर्च:
    • बजट होटल: ₹1000-₹3000 प्रति रात।
    • लग्जरी रिज़ॉर्ट: ₹5000-₹15000 प्रति रात।
  3. खानपान:
    • प्रति व्यक्ति ₹500-₹1000 प्रति दिन।
  4. यात्रा का खर्च:
    • यदि आप जबलपुर या नागपुर से आ रहे हैं, तो परिवहन का खर्च ₹2000-₹5000 तक हो सकता है।

समापन

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान प्रकृति प्रेमियों और रोमांचक सफारी का अनुभव चाहने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है। यह न केवल भारत का वन्यजीव संरक्षण का गौरव है, बल्कि पर्यटकों को जंगल और वन्यजीवों से जुड़ने का एक अनूठा अवसर भी प्रदान करता है।

इस लेख में हमने कान्हा राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय, यात्रा की योजना, सफारी अनुभव, और अन्य आकर्षणों के बारे में विस्तार से बताया है। उम्मीद है कि यह जानकारी आपकी यात्रा को आसान और यादगार बनाने में मदद करेगी।

तो देर किस बात की? अपनी यात्रा की योजना बनाएं और कान्हा की खूबसूरती का आनंद लें!

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निष्कर्ष

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान का दौरा आपको प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति नया दृष्टिकोण देगा। सर्दियों और गर्मियों में यहां की यात्रा सबसे उपयुक्त रहती है। इस लेख में बताए गए सुझावों और जानकारी के साथ, आपकी यात्रा न केवल रोमांचक होगी बल्कि सुरक्षित और आरामदायक भी बनेगी।

तो, तैयार हो जाइए कान्हा की खूबसूरती और जंगल के राजा के दर्शन करने के लिए!
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कान्हा राष्ट्रीय उद्यान एक ऐसी जगह है, जो प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों को हर मौसम में कुछ खास अनुभव देती है। हालांकि, इसे घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों (अक्टूबर-फरवरी) और गर्मियों (मार्च-जून) में होता है। यहां की यात्रा आपके दिल और दिमाग को ताजगी देने के साथ-साथ वन्यजीवों के प्रति आपकी समझ को भी बढ़ाएगी।

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